फोर्ड ने किया था रतन टाटा को अपमानित, तब लैंड रोवर और जगुआर खरीद ऐसे लिया बदला
दोस्तों शायद ही दुनिया का कोई ऐसा शख्स होगा जो रतन टाटा के बारे में नही जानता होगा. रतन टाटा का नाम आज दुनिया का बच्चा बच्चा जानता है लेकिन इनकी जिन्दगी से जुडी एक ऐसी घटना है जिसके बारे में शायद ही आप जानते होंगे., इस घटना का जिक्र हाल ही में बिरला प्रिसिजन टेक्नोलॉजीज के चेयरमैन वेदान्त बिडला ने किया है. उन्होंने रतन टाटा के बीते कल से जुडी एक कहानी ट्विटर पर शेयर की है इस कहानी को पढकर लोग हैरान रह गये है. आइये जानते है आखिर क्या लिखा है इस कहानी में …
बिल फोर्ड ने किया रतन टाटा को अपमानित
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2 जून 2008 को रतन टाटा ने फोर्ड से 2 लग्जरी गाड़ियां खरीदी थी. इन गाडियों के नाम थे जगुआर और लैंड रोवर जोकि सबसे महंगी कारो की गिनती में आती है. इन महंगी गाडियों को खरीदकर टाटा मोटर्स का नाम पूरी दुनिया में मशहूर हो गया था.ये भारतीय वाहन निर्माता के लिए भी उनकी सफलता की एक बड़ी जीत थी और साथ ही रतन टाटा के लिए भी. क्योंकि एक समय था जब फोर्ड के चेयरमैन ने रतन टाटा को बेइज्जत किया था इसी अपमान की कहानी अब वेंदांत बिडला ने ट्विटर पर शेयर कर पूरी दुनिया के सामने रखी है. ये बात साल 1998 के आसपास की है उस दौरान टाटा मोटर्स ने टाटा इंडिका को लांच किया था .
ऐसे लिया था अपमान का बदला
टाटा इंडिका कार जोकि भारत की पहली स्वदेशी कार कहलाई गयी ये रतन टाटा का भी एक ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है. हालांकि कार से उन्हें जितनी उम्मीद थी उतनी सफलता उन्हें नही मिली और कम्पनी भी घाटे में चली गयी. टाटा मोटर्स का कारोबार दिन प्रतिदिन डूबता जा रहा था और जिसके चलते टाटा मोटर्स ने अपनी कम्पनी को बेचने का फैसला किया. कम्पनी को बेचने के लिए टाटा ने 1999 में फोर्ड कम्पनी से बात की जोकि अमेरिका की बड़ी कार निर्माता कम्पनी थी. रतन उस समय अपनी टीम के साथ अमेरिका गये थे जहाँ उनकी और बिल फोर्ड की एक मीटिंग हुई थी. इस मीटिंग में बिल फोर्ड ने रतन टाटा को अपमानित करते हुए ये कह दिया था कि उन्हें कार व्यवसाय शुरू नही करना चाहिए था.
बिल फोर्ड ने उन्हें ये भी कहा कि तुम यात्री कार के बारे में कुछ जानते भी नही हो फिर तुमने इसे क्यों शुरू किया ? बिल फोर्ड के अपमान के बाद दोनों में कोई डील नही हुई और फिर समय बदला 9 साल बाद टाटा ने उसी बिल फोर्ड से 2008 में लैंड रोवर और जगुआर 2.3 बिलियन में खरीदी थी. तब बिल फोर्ड ने टाटा को धन्यावाद करते हुए कहा था वे उनपर बड़ा उपकार कर रहे है.